Jharkhand Millet Mission Yojana: झारखंड सरकार ने अपने राज्य के किसानों को मोटे अनाज के फसल की खेती की ओर प्रोतसाहित करने के लिए झारखंड मिलेट मिशन योजना की शुरुआत की है। जिसके माध्यम से झारखंड सरकार अपने राज्य के मोटे अनाज उगाने वाले किसानों को कम से कम ₹3000 और अधिक से अधिक ₹15000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी। ध्यान रखी इस योजना का लाभ उन किसानों को नहीं मिलेगा, जिन किसानों के पास 5 एकड़ से अधिक कृषि योग्य भूमि है।
अगर आप झारखंड सरकार द्वारा शुरू की गई मिलेट मिशन योजना की संपूर्ण जानकारी विस्तार से जानना चाहते हैं या फिर रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो आप इस पोस्ट को अंत तक जरूर पड़े क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको मिलेट मिशन योजना से जुड़ी संपूर्ण जानकारी विस्तार से देने वाले हैं। जैसे की मिलेट मिशन योजना क्या है? इस योजना के क्या लाभ है? तथा मिलेट मिशन योजना के तहत आवेदन के लिए क्या पात्रता एवं दस्तावेज होनी चाहिए? और आवेदन करना कैसे करना है। इन सबकी संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
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मोटे अनाज क्या होते है?
मोटे अनाज वे होते हैं। जिसमें पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियन एवं कैल्शियम की मात्रा भरपूर होती है। जो कि बढ़ते बच्चो एवं स्तनपान करने वाली महिला और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए काफी मददगार साबित होती है। इसके अलावा इस फसल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी कम होती है। जिससे गंभीर स्वास्थ्य की समस्या को खत्म करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प माने जाते हैं। मोटे अनाज के तहत 8 फसल आते हैं, जिसमें ज्वार, बाजरा, रागी, सावां कंगनी चीनी कुट्टू और कुटकी शामिल है। इसमें ज्वार बाजरा रागी की खेती प्रमुख रूप से की जाती है।
झारखंड मिलेट मिशन योजना क्या है?
मिलेट मिशन योजना झारखंड राज्य के किसानों के लिए एक फायदेमंद योजना है। जिसका झारखंड राज्य के किस मोटे अनाज, यानी पोषक तत्व से भरपूर अनाजो के फसलों की खेती करके अधिक से अधिक ₹15000 तक की प्रोत्साहन राशि प्राप्त कर सकती है। इस योजना के माध्यम से झारखंड सरकार अपने राज्य के सभी मोटे अनाज अनाजों के खेती करने वाले किसानों को 2028 तक लाभ देने का लक्ष्य रखा है।
जिसके लिए झारखंड सरकार ने एक 10 करोड रुपए की मंजूरी भी दे दी है। ताकि किसानों को मोटे अनाज, यानी इस तरह के पोषक तत्व वाले अनाजों के फसल की खेती करने के लिए आर्थिक समस्याओं का सामना न करना पड़े और किसान इस तरह के पोषक तत्व वाले अनाजों के फसल की खेती बेहतरीन ढंग कर सके।
आपकी अधिक जानकारी के लिए बता दे कि इस योजना के तहत किसानों को मोटे अनाज के फसलों की खेती करने के लिए कम से कम 1 एकड़ कृषि योग्य भूमि एवं अधिक से अधिक 5 एकड़ कृषि योग्य भूमि पर खेती कर सकते हैं। जबकि किसानों को 5 एकड़ से अधिक कृषि योग्य भूमि होने पर उन्हें इस योजना के तहत लाभ नहीं दिया जाएगा।
झारखंड सरकार द्वारा झारखंड मिलेट मिशन योजना के माध्यम से प्रोत्साहन राशि किसानों को ₹3000 प्रति एकड़ मोटे अनाजों के फसलों की खेती करने पर प्रोतसाहन राशि प्रदान की जाती है। जैसे कि अगर कोई किसान एक एकड़ कृषि योग्य भूमि पर मोटे अनाजों के फसलों की खेती करता है तो, उन्हें ₹3000 की राशि दी जाती है। जबकि किसान अधिक से अधिक 5 एकड़ कृषि भूमि पर मोटे अनाज के फसलों की खेती कर सकता है।
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झारखंड मिलेट मिशन योजना के तहत दी जाने वाली प्रोतसाहन राशि
1 एकड़ भूमि पर | ₹3000 मिलेंगे |
2 एकड़ भूमि पर | ₹6000 मिलेंगे |
3 एकड़ भूमि पर | ₹9000 मिलेंगे |
4 एकड़ भूमि पर | ₹12000 मिलेंगे |
5 एकड़ भूमि पर | ₹15000 मिलेंगे |
झारखंड मिलेट मिशन योजना के लाभ
- मिलेट मिशन योजना के लाभ झारखंड राज्य के सभी जिलों के किसानों को दिया जाएगा।
- मिलेट मिशन योजना के माध्यम से राज्य के किसानों को मोटे अनाजों के फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी।
- मिलेट मिशन योजना के माध्यम से किसानों को मोटे अनाजों के फसलों की खेती के लिए प्रति एकड़ ₹3000 की राशि प्रदान करेगी।
- जबकि अधिक से अधिक 5 एकड़ कृषि योगी भूमि पर मोटे अनाजों के फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी।
- इससे राज्य के किसान अधिक से अधिक मोटे अनाजों के फसलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित होंगी।
- जिससे राज्य में अधिक से अधिक मोटे अनाजों का उत्पादन हो पाएगा।
- इस मिशन योजना के तहत राशि किसानों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम सेट्रांसफर की जाएगी।
झारखंड मिलेट मिशन योजना के लिए पात्रता
- मिलेट मिशन योजना में आवेदन के लिए आवेदक झारखंड का मूल निवासी होना चाहिए।
- मिलेट मिशन योजना के अंतर्गत राज्य के लघु एवं सीमांत किसानों को लाभ प्राप्त होगा।
- मिलेट मिशन योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक किसान के पास कृषि योग्य भूमि होना चाहिए।
- किसान के पास 1 एकड़ से 5 एकड़ के बीच कृषि योग्य भूमि होना चाहिए।
- आवेदक किसान का उम्र 18 वर्ष से अधिक होना चाहिए।
- अगर किसान के परिवार के पास 5 एकड़ से अधिक कृषि योग्य भूमि है तो वह योजना के लिए पात्र नहीं होगा।
- अनुदान रैयत और बटाईदार दोनों प्रकार के किसान भी योजना में आवेदन के लिए पात्र हैं।
- आवेदक किसान का बैंक खाता आधार और मोबाइल नंबर से लिंक होना जरूरी है।
- आवेदक किसान के परिवार का कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी या आयकर दाता का हिस्सा नहीं होना चाहिए।
झारखंड मिलेट मिशन योजना में आवेदन के लिए दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- पैन कार्ड
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पंजीकरण फॉर्म
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- भूमि से संबंधित दस्तावेज
झारखंड मिलेट मिशन योजना में आवेदन करने कैसे करें?
- मिलेट मिशन योजना ऑनलाइन आवेदन के लिए सबसे पहले आपको इसके आधिकारिक पोर्टल में विजिट करना है।
- मुख्य पेज पर आपको CSC का विकल्प मिलेगा जिसमें क्लिक करना है।
- अब आपको CSC ID और पासवर्ड से पोर्टल में पहले Login करना है।
- अब आपको बेनिफिशियरी रजिस्ट्रेशन करने के लिए आधार कार्ड संख्या और कैप्चा कोड को फील कर Search पर क्लिक करना है।
- इसके बाद सबसे पहले आपको बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन कर लेना है।
- बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन करने के पश्चात मिलेट मिशन योजना का फॉर्म खुलेगा जिसको आपको भरना है।
- आवेदन फार्म को भरने के बाद Update And Continue पर क्लिक करना है।
- इसके बाद आपको बैंक से संबंधित कुछ जानकारी दर्ज करना है और सबमिट एंड नेक्स्ट पर क्लिक करना है।
- अब अगले पेज में आपको फसल की जानकारी देना है।
- इसके बाद पूछे जाने वाले सभी आवश्यक जानकारी को आपको चयन करना है।
- इसके बाद आपको जमीन संबंधित जानकारी दर्ज करना है।
- फिर अगले पेज में सभी दस्तावेजों को पीडीएफ बनाकर अपलोड करना है।
- अब अंत में आपको Proceed to Pay में क्लिक करना है।
- अब आपको पेमेंट करना है जिसके बाद आपको आवेदन की रसीद मिलेगी, जिसकी मदद से आप बाद में स्टेटस चेक कर सकते है।